राजा सिकंदर विशाल सिंह कहानी
मैं भारत हूं जो कहानी आज मैं आपको सुना रहा हूं वह बहुत पुरानी दिशा से कोई 330 साल पूर्व ये वो समय था जब मैं इस दुनिया का राजा सिकंदर अपनी विशाल सिंह किशन की एक राजा का ख्वाब अब मेरी सीमाओं पर दस्तक दे रहा था और मुझे बेसब्री से इंतजार था उसका जो मुझे सिकंदर के संभावित खतरे से बचाता है
कहां तक्षशिला के महान आचार्य चाणक्य को मेरी सीमाओं पर खतरे दिखे उनका मुकाबला करने के लिए एक तरफ चंद्रगुप्त जैसा वीर पैदा किया जरूर तुमको मैथिली चाणक्य जैसा आचार्य उपयुक्त शासन की शपथ जो मुझे एक सूत्र में बंद मुझे अपराजिता बना सके पुरुष तत्व का परिणाम स्वीकार करें हमारी आंखों के सामने आपके पांव में कांटा लग गया पर हम कभी कह सकते थे नहीं साड़ी में माथा दल के कैसे अचार झाड़ी में माथा आमंत्रण जी और मिटा देंगे#
राणा # # सांगा का इतिहास बहुत गहरा है जिसमे उन्होंने बड़ी बड़ी रियासतों को एक करके सम्पूर्ण राजपूताने में अपनी सत्ता कायम करदी राणा सांगा विक्रमादित्य की उपाधि धारण करने का अरमान रखते थे उन्होंने दिल्ली के सुल्तान को दो बार पराजित करके राणा सांगा के युद्ध मे विजय हुई उनको सबसे बड़ी टक्कर खानवा के युद्ध मे मिली